संदर्भ: हाल ही में, वाराणसी की यात्रा के दौरान, भारत के प्रधानमंत्री ने चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई और इस बात पर प्रकाश डाला कि पिछले 11 वर्षों में, उत्तर प्रदेश में विकासात्मक पहलों ने तीर्थयात्रा को उल्लेखनीय रूप से बढ़ावा दिया है और राज्य भर में संबंधित आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित किया है।

  • पिछले वर्ष ही, 11 करोड़ (110 मिलियन) श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए वाराणसी आए थे।
  • अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद से, 6 करोड़ से अधिक लोग राम लला के दर्शन कर चुके हैं।

चार नई वंदे भारत ट्रेन:

  • चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फ़ैक्टरी (ICF) द्वारा विकसित, इनके साथ, देश में वंदे भारत ट्रेन सेवाओं की कुल संख्या बढ़कर 164 हो गई है।

तीर्थ पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु सरकारी पहल

  • नए धार्मिक क्षेत्र का विकास: नीति आयोग की सिफ़ारिश पर, उत्तर प्रदेश सरकार वाराणसी, प्रयागराज, चंदौली, गाज़ीपुर, मिर्ज़ापुर और भदोही को शामिल करते हुए एक नया धार्मिक सर्किट विकसित करने की योजना बना रही है, जिससे 2.38 करोड़ से ज़्यादा लोग लाभान्वित होंगे।
    • धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ औद्योगिक विकास: सरकार ने अयोध्या और रामस्नेही घाट के बीच एक औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने का निर्णय लिया है, साथ ही प्रयागराज और वाराणसी में केंद्र सरकार के सहयोग से औद्योगिक क्षेत्र और नॉलेज पार्क भी स्थापित करने का निर्णय लिया है।
  • बुनियादी ढाँचा विकास: उत्तर प्रदेश सरकार ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और तीर्थयात्रा में सुधार लाने के उद्देश्य से प्रमुख धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों के उन्नयन में ₹4,560 करोड़ के निवेश की योजना बनाई है।
    • यह पहल अयोध्या, वाराणसी और मथुरा जैसे स्थलों से संपर्क बढ़ाने पर केंद्रित है।
    • इस परियोजना में सड़कों का चौड़ीकरण, सुरक्षा में सुधार और मार्गों का सौंदर्यीकरण शामिल है, और वर्ष 2025-26 तक 272 परियोजनाओं को पूरा करने की योजना है।
  • बजट 2025-2026 प्रावधान:
    • अयोध्या क्षेत्र: जनवरी 2024 में राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के बाद पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, पर्यटन अवसंरचना विकास के लिए ₹150 करोड़ आवंटित।
    • मथुरा: भगवान कृष्ण से जुड़े इस महत्वपूर्ण स्थल के आकर्षण को बढ़ाने के लिए ₹125 करोड़ आवंटित।
    • नैमिषारण्य (सीतापुर जिला): एक प्रमुख तीर्थस्थल के रूप में इसकी स्थिति को बढ़ावा देने के लिए ₹100 करोड़ आवंटित।
    • चित्रकूट: बढ़ती संख्या में श्रद्धालुओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए अवसंरचना सुधार हेतु ₹50 करोड़ निर्धारित।
    • अयोध्या दीपोत्सव: इस भव्य उत्सव के लिए ₹13 करोड़ समर्पित, जो प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

MCQ

Q1. बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

  1. यह वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ती है।
  2. यह उत्तर प्रदेश में चलने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन है।
  3. चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) द्वारा विकसित, इन ट्रेनों के शुरू होने से देश भर में वंदे भारत सेवाओं की कुल संख्या 164 हो जाएगी।

ऊपर दिए गए कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 2 और 3

(c) केवल 1 और 3

(d) सभी 1, 2 और 3

    उत्तर: (c)

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